PICS: जेल गए पिता के गम में बेटी ने दी जान, पिता ने हथकड़ी में दी मुखाग्नि
अमृतसर. पुत अखां खोल वेख तेरे डैडी आ गए ने। यह शब्द नमनजोत की मां गगनदीप कौर ने पिता गुरप्रकाश के शहीदां साहिब के पास स्थित श्मशानघाट में पहुंचने पर कहे। बेटी नमन को मुखाग्नि देने के लिए गुरप्रकाश को 6 घंटे के लिए पेरोल पर छोड़ा गया। जेल एडमिनिस्ट्रेशन गुरप्रकाश को लेकर 11.15 बजे श्मशान घाट पहुंचा।
जिस पिता के गम में साढ़े छह साल की नमनजाेत ने अपना शरीर त्याग दिया, आज उसी ने अपने हाथों और नम आंखों से उसे आग दी। गुरप्रकाश सीधा ही अपनी बेटी के पास जाकर बैठ गया और उसके अंतिम दर्शन कर राेने लगा। हथकड़ी लगे हाथों से उसने अपनी बेटी के शव को उठाकर चिता पर लेटाया। अंतिम अरदास के बाद उसने अपनी बेटी को मुखाग्नि दी। उस समय हर कोई सीआईए स्टाफ को कोस रहा था, जिसने गुरप्रकाश पर आधा किलोग्राम हेरोइन बरामदगी का केस दर्ज किया। संस्कार के बाद गुरप्रकाश को पुलिस कस्टडी में घर ले जाया गया, जहां वह अपने पारिवारिक सदस्यों से मिला और खाना खाया। शाम के समय पुलिस कस्टडी में ही उसे दोबारा श्मशानघाट ले जाया गया, जहां उसने अपने हाथों से बेटी के फूल (अस्थियां) चुने। जिसके बाद पुलिस उसे जेल ले गई। |
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