खचाखच भरी मेट्रो, ऑफिस की थकान, व्यस्त जिंदगी और दिल्ली की भागदौड़। इस भागदौड़ के बीच हम रोजाना हजारों लोगों को देखते हैं अपने आसपास। कभी मेट्रो ट्रेन में तो कभी स्टेशन के बाहर। कभी पार्कों के सामने खड़ी गाड़ियों में। लेकिन हमें जरा भी इल्म नहीं होता कि इनमें से कोई सेक्स वर्कर या कॉलगर्ल या कॉलब्वॉय भी हो सकता है।
ऐसा भी होता है कि आप दिनभर सोशल मीडिया पर ऑनलाइन रहते हैं और अचानक आपके पास एक मैसेज आ जाए, 'आपकी व्यस्त जिंदगी और भागदौड़ से इतर हम आपको जन्नत की सैर कराएंगे और देंगे जीवन की सच्ची खुशियां। एक बार इस एहसास को महसूस तो करिए। क्या आप तैयार हैं? '
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आपके आसपास ऐसी-ऐसी हरकतें हो रही हैं, बड़े-बड़े सेक्स रैकेट चल रहे हैं लेकिन आपकी नजर उस पर नहीं जाती। यार-दोस्तों के साथ मौजमस्ती का जरिया बने फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप का एक ऐसा भयानक सच सामने आया है जो आपके भी होश उड़ा देगा।
ऐसा भी होता है कि आप दिनभर सोशल मीडिया पर ऑनलाइन रहते हैं और अचानक आपके पास एक मैसेज आ जाए, 'आपकी व्यस्त जिंदगी और भागदौड़ से इतर हम आपको जन्नत की सैर कराएंगे और देंगे जीवन की सच्ची खुशियां। एक बार इस एहसास को महसूस तो करिए। क्या आप तैयार हैं? '
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आपके आसपास ऐसी-ऐसी हरकतें हो रही हैं, बड़े-बड़े सेक्स रैकेट चल रहे हैं लेकिन आपकी नजर उस पर नहीं जाती। यार-दोस्तों के साथ मौजमस्ती का जरिया बने फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप का एक ऐसा भयानक सच सामने आया है जो आपके भी होश उड़ा देगा।
No comments